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बुधवार, 22 जून 2011
कविता: तुम्हें घिन तो नहीं आती
तुम्हें घिन तो नहीं आती
2 टिप्पणियां:
Randhir Singh Suman
22 जून 2011 को 6:15 pm बजे
nice
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Subhash Gatade
22 जून 2011 को 6:18 pm बजे
Really liked the poem
subhash gatade
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nice
जवाब देंहटाएंReally liked the poem
जवाब देंहटाएंsubhash gatade