गुरुवार, 9 जून 2011

गजब का न्याय-1

जमीन अधिग्रहण के खिलाफ चंदौली के बागी तेवर
चंदौली, नौ जून: भूमि अधिग्रहण के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के भट्टा पारसौल और चंदौली के कटेसर में किसानों के बागी तेवरों के बीच जिले के सथवा और सारनाथ समेत कई गांवों के किसानों ने उनकी जमीन के अधिग्रहण की योजना रद्द नहीं किये जाने पर सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी देकर उत्तर प्रदेश सरकार की परेशानियां बढा दी हैं। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के लिये 42 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण की तैयारी के खिलाफ जिले के सथवा, ह्म्दयपुर, रजनहिया और घुरीपुर साई गांवों के काश्तकार किसान संघर्ष समिति के बैनर तले पिछले 56 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जमीन अधिग्रहण के सिलसिले में पिछले महीने नोटिस जारी की गई थी। समिति की सथवा इकाई के अध्यक्ष यशोदा पटेल ने कहा हम यहां पिछले 56 दिनों से धरना दे रहे हैं लेकिन प्रशासन ने हमारी सुध नहीं ली। हमने 19 अप्रैल को अपना आंदोलन शुरू किया था और इसके दो महीने पूरे होने तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर हम धरना स्थल पर लगे पेड से फांसी लगा कर सामूहिक आत्महत्या कर लेंगे। इस बीच, उप जिलाधिकारी सदर विवेक ने भाषा से बातचीत में कहा कि प्रशासन इस मसले पर गौर करेगा। बहरहाल, पटेल ने कहा कि किसान चाहते हैं कि उनकी जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया रद्द की जाए, क्योंकि वह जमीन उपजाउ है और वे उस पर खेती करके रोजी-रोटी चलाते हैं। कटेसर में जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों का भी समर्थन प्राप्त होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा हम इस सिलसिले में राज्यपाल बी. एल. जोशी द्वारा हस्ताक्षरित आश्वासन चाहते हैं।

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