शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2012

जलता एथेंस : एक फोटो फीचर

यूरोपीय संघ, यूरोपीय केंद्रीय बैंक और अन्तरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की खूंखार तिकड़ी और उनके द्वारा यूनान की वित्तीय समस्याओं के इलाज के तौर पर थोपे जा रहे नव उदारवादी नुस्खों ने यूनानी जनता के सामने संघर्ष में कूद पड़ने के आलावा कोई रास्ता नहीं छोड़ा है। यूनान को 170 अरब अमेरिकी डॉलर (यानी 130 अरब यूरो) के बेलआउट कोष के बदले 15,000 सरकारी नौकरियों में कटौती करने, न्यूनतम मजदूरी को 22 प्रतिशत घटाने, निजीकरण के द्वारा सार्वजनिक सम्पदा को बेचने और जनकल्याणकारी योजनाओं और खर्चों में भरी कटौती करने के प्रस्तावों पर अपने संसद की मुहर लगनी पड़ी है।
 इसके अंदेशे पर ही पूरा यूनान सडकों पर था। इसकी प्रतिक्रिया में एथेन्स में जो कुछ हुआ या हो रहा है इन तस्वीरों के माध्यम उसकी एक झलक पेश की जा रही है। रविवार12 फ़रवरी 2012 को एथेन्स के सडकों पर 80,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने मार्च किया, जिनमें मजदूर-कर्मचारी और छात्र-युवा सभी शामिल थे और उन्होंने पुलिस के घोर दमनकारी रवैये का बहादुरी के साथ मुकाबला किया। पुलिस के उकसावे के बीच भीड़ के एक छोटे से हिस्से ने दुकानों को लूटा, जम कर तबाही मचायी और 40 से भी अधिक इमारतों को आग के हवाले किया। यूनानी जनता के मिजाज को देखते हुए, मितव्ययिता के इन नए उपायों को लागू करने में भी सरकार को भरी विरोध का सामना करना पड़ेगा ।
प्रस्तुत है उस दिन के प्रदर्शन और उसके बाद की घटनों के कुछ चित्र। 40 चित्रों के पूरे फोटो फीचर को देखने के लिए निम्न लिंक को क्लिक करें। इन चित्रों को अलग स्रोतों से लिया गया है और हम उन सभी के आभारी हैं :



साभार -

1 टिप्पणी: